गत जून माह में ही सेवानिवृत्त हुए वरिष्ठ आरएएस अधिकारी रणवीरसिंह ने बताया कि मंगलवार अपरान्ह बाद 4:42 बजे उनके मोबाइल पर वॉटसएप मैसेज आया। मैसेज करने वाले ने खुद को बाबूलाल पंवार बताया। शुरुआत में हालचाल पूछने के बाद उस शख्स ने अर्जेंट जरूरत बताते हुए पांच हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर करने को बोला। सिंह को संदेह हुआ क्योंकि वे जानते थे कि पंवार जैसे व्यक्ति पांच हजार रुपए के लिए कहीं अटके, ऐसा संभव नहीं है। मैसेज देने वाले को वॉटसएप पर उलझाए रखने के साथ ही सिंह ने पंवार को फोन किया तो शातिर की कारस्तानी भी सामने आ गई। बाद में सिंह ने उस नंबर को ही ब्लॉक कर दिया। इसी तरह के मैसेज वरिष्ठ अधिवक्ता आनंद पुरोहित, वरिष्ठ पत्रकार व संपादक गुरुदत्त अवस्थी सहित शहर के कई नामचीन लोगों को भी मैसेज मिले थे। इस घटना का उल्लेख करते हुए सिंह ने भी आमजन से अपील की है कि ऐसे किसी भी अनजान व्यक्ति पर भरोसा नहीं करें।
पूर्व पार्षद बाबूलाल पंवार की इस फोटो को वॉट्सएप और फेसबुक आईडी की प्रोफाइल पिक बनाया गया
पूर्व सीजेआई लोढ़ा के साथ भी इसी तरह से हो चुकी है एक लाख की ठगी
पूर्व चीफ जस्टिस आरएम लोढ़ा के दोस्त की ई-मेल आईडी हैक करके एक शातिर ने गत 19 अप्रैल को जस्टिस लोढ़ा से एक लाख रुपए की ठगी कर ली थी। दरअसल, इस घटना के संबंध में मालवीय नगर थाने में गत दिनों केस दर्ज किया गया था। इसमें बताया गया था कि गत 19 अप्रैल को जस्टिस लोढ़ा की ईमेल पर एक मैसेज उनके मित्र जस्टिस बीपी सिंह की आईडी से आई थी। इसमें भाई के इलाज के लिए तत्काल एक लाख रुपए की जरूरत बताई थी। सिंह का फोन भी नहीं लग रहा था तो लोढ़ा ने एक लाख रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद 30 मई को जस्टिस सिंह ने जस्टिस लोढ़ा को ईमेल आईडी हैक होने की जानकारी दी तब उन्हें एक लाख रुपए की ठगी का पता चला।
नामचीन शख्सियत के नाम से मांगे 5 हजार तो हुआ संदेह: रिटायर्ड आरएस
फ्रॉड से बचने के लिए ऐसे रहें सावधान...
पूर्व पार्षद की फोटो लगा बनाई आईडी, परिचितों को मैसेज भेज लाखों रुपए हड़पने की कोशिश
• Samta Bohra